Post Office PPF Scheme: पोस्ट ऑफिस पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक ऐसी सरकारी saving scheme है जो सुरक्षित, भरोसेमंद और टैक्स-फ्री रिटर्न देती है। इसमें सरकार हर तिमाही ब्याज दर तय करती है और फिलहाल (2025 में) ब्याज दर 7.1% सालाना है। ब्याज हर साल कंपाउंड होकर आपके खाते में जुड़ता है, जिससे long-term में बड़ी रकम बनती है। अगर आप हर साल ₹40,000 जमा करते हैं और पूरी 15 साल की अवधि तक निवेश जारी रखते हैं, तो मैच्योरिटी के समय आपको एक अच्छी खासी रकम मिल सकती है।
₹40,000 सालाना निवेश का पूरा कैलकुलेशन
नीचे दिया गया टेबल 15 साल के लिए ₹40,000 सालाना निवेश पर 7.1% ब्याज दर के अनुसार है। इसमें हर साल ब्याज जोड़कर कुल मैच्योरिटी राशि निकाली गई है।
सालाना निवेश | अवधि (साल) | ब्याज दर | मैच्योरिटी राशि | कुल ब्याज |
---|---|---|---|---|
₹40,000 | 15 | 7.1% | ₹10,84,856 | ₹3,84,856 |
इस हिसाब से, 15 साल तक हर साल ₹40,000 जमा करने पर आपका कुल निवेश ₹6,00,000 होगा, और आपको ब्याज के रूप में ₹3,84,856 मिलेगा। यानी मैच्योरिटी के समय आपके पास कुल ₹10,84,856 की रकम होगी।
PPF के मुख्य फायदे
PPF सिर्फ रिटर्न के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा और टैक्स-फ्री लाभ के कारण भी लोकप्रिय है। इसमें जमा रकम और ब्याज दोनों पर इनकम टैक्स में छूट मिलती है। आपका पैसा सरकारी गारंटी के तहत रहता है, इसलिए market के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता। PPF खाते की अवधि 15 साल होती है, लेकिन इसे आप 5-5 साल के ब्लॉक में आगे भी बढ़ा सकते हैं। इसमें न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना जमा कर सकते हैं। आप चाहें तो एक बार में पूरा पैसा जमा करें या साल में अलग-अलग किस्तों में।
लंबे समय में कैसा बढ़ता है आपका निवेश?
अगर आप सालाना निवेश को बढ़ाते हैं, तो रिटर्न भी उसी अनुपात में बढ़ता है। उदाहरण के लिए—
सालाना निवेश | 15 साल बाद मैच्योरिटी राशि (7.1% ब्याज) |
---|---|
₹20,000 | ₹5,42,428 |
₹40,000 | ₹10,84,856 |
₹1,00,000 | ₹27,12,141 |
₹1,50,000 | ₹40,68,212 |
निष्कर्ष
अगर आप सुरक्षित और टैक्स-फ्री investment चाहते हैं, तो Post Office PPF Scheme बेहतरीन विकल्प है। ₹40,000 सालाना जमा करके आप 15 साल में ₹10.85 लाख तक का फंड बना सकते हैं। इसमें आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और ब्याज दर स्थिर रहती है, जिससे future planning आसान हो जाती है।
Disclaimer: यह जानकारी केवल सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। इसमें ब्याज दरें और कैलकुलेशन मौजूदा आंकड़ों पर आधारित हैं, जो समय-समय पर बदल सकती हैं। निवेश करने से पहले पोस्ट ऑफिस या किसी वित्तीय सलाहकार से सही जानकारी ज़रूर लें।